अधिकतर लोग मूडी होते है। मूड होता है तो काम करते है नहीं तो ये कह कर टाल देते हैं, कि 'अभी मूड नहीं है'। यदि आप भी ऐसा ही करते हैं, तो मेरी यही सलाह है कि आप इन बातों को ध्यान से पढ़े,तो हो सकता है आप मूड में आ जाए। समय पर करे हर काम का एक समय होता है, उसे उसके सही समय पर करे, टाले नहीं।
हमारे देश में पुरानी एक कहावत है, 'रहा काम राजा से भी नहीं होता'। जी न चुराऐं कभी - कभी हम किसी काम को करने के लिए इसलिए जी चुराते हैं कि कहीं न कहीं हमारे मन के किसी कोने में छुपा होता है कि इस काम में हम सफल होंगे या नहीं। काम को शुरू करने से पहले अपने आपको परख लें आप उस कार्य में पारंगत हैं या नहीं। यदि आप उस कार्य के काबिल हैं तो निश्चित रूप से आप सफल होंगे। रूचिकर कार्य पहले करे यदि आप पसंदीदा कामों से शुरूआत करेंगे तो नापसंदीदा काम स्वतः होते जायेंगे। काम की शुरूआत यदि तेजी से हो तो उसके बीच आने वाली बाधायें आसानी से दूर होती जायेंगी।
काम को एक अलग अंदाज में करे नापसंद काम को करने से बचने के लिए उसे इस अंदाज में करें कि आगे चलकर कर वह आपका पसंदिदा काम बन जाए। अपना ध्यान रूचिकर कार्यों में पहले लगाये यदि आपका ध्यान सबसे ज्यादा अरूचिकर कामों में लगा रहेगा तो रूचिकर कार्य नहीं कर पायेंगे। अपने ध्यान को ऐसे कामों में लगाये जो आपको महत्वपूर्ण लगे। अपनी तारीफ खुद करें आपका काम पूरा हो जाए, और कोई आपको प्रेरित न करें तो अपना कांधा खूद थपथपाएं। इससे आपका हौसला बढ़ेगा, अपने काम के प्रति आपके मन में विश्वास बढ़ेगा।
जिस सपने को आप साकार करना चाहते हैं, उस सपने को पूरा करने में कभी - कभी ऐसे अरूचिकर काम भी निकल आते है, जो जरूरी होने पर भी उनमे दिलचस्पी नहीं होती। मेरे विचार में ऐसे कामों को फिर भी कर ही डालिये, आगे आपको ही फायदा होगा। इस लेख में आपको कोई भी कमी लगे, या आपके मन में इसे लेकर कोई भी सवाल हो तो मुझे कमेन्ट के द्वारा लिख भेजें।
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